वायरल लंबी खांसी जुखाम और बुखार में अपनाऐ यह उपाय।

वायरल लंबी खांसी जुखाम और बुखार

बदलते मौसम में वायरल होना आम बात है मौसम में बदलाव यानी की तापमान में कमी बैक्टीरिया और वायरस के बढ़ने के लिए उपयुक्त माना जाता है तथा बदलते मौसम के कारण शरीर की इम्युनिटी भी कमजोर पड़ने लग जाती है ऐसे में हमें हल्के संक्रमण होने लग जाते हैं नतीजा यह होता है कि हमें तेज बुखार खांसी जुकाम जैसे लक्षण होने लगते हैं ऐसे में आयुर्वेदिक काढ़ालेना उपयुक्त माना जाता है आईए जानते हैं बचाव और अन्य आयुर्वेदिक जानकारी के बारे में

वायरल फीवर में आपको सर दर्द बदन दर्द उल्टी डायरिया सर्दी जुकाम नाक का बहाना कपकपी लगा ठंड लगना शरीर के तापमान का बढ़ना उल्टी और दस्त होना सर का तेज गर्म होना आंखें लाल होना जैसे लक्षण आपको दिखाई दे सकते हैं।

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वायरल फीवर होने पर आपको इन उपाय को अपनाना चाहिए।

आपको मेथी के दाने रात में भिगोकर गला देना चाहिए और उनको सुबह छानकर हर एक घंटे में थोड़ा-थोड़ा कर कर पीना चाहिए इससे आपके वायरल फीवर में आराम मिलता है

वायरल फीवर जैसी बीमारी में आपको तुलसी के 10 15 पत्ते एक चम्मच लॉन्ग लेकर दोनों को अच्छे से पीसकर पानी को आधे से कम होने तक उबालना चाहिए और इसको छान कर हर एक घंटे में थोड़ा-थोड़ा कर कर पीना चाहिए यह आपके वायरल फीवर में बहुत ही कारगर साबित होता है

आपको सौंठ पाउडर की आवश्यकता होती है सौंठ पाउडर के अंदर वायरल फीवर को ठीक करने के गुण होते हैं इसके अंदर आप एक चम्मच हल्दी एक चम्मच काली मिर्च थोड़ी सी चीनी एक चम्मच सौंठ का पाउडर मिलाकर और इनको उबाले गड्ढा होने तक इन्हें उबाले और इसको एक कप में भरकर थोड़ी-थोड़ी देर में पिए यदि आप बुखार से ग्रसित हैं तो आप हल्का सा नींबू का रस मिलाकर इसमें पी सकते हैं इससे आपको बुखार में आराम मिलेगा।

4 से 6 दिन आपको वायरल फीवर को ठीक करने में लगा सकते हैं इसके साथ-साथ आपको शरीर में पानी की कमी होने पर दो से तीन लीटर पानी पीना जरूरी होता है

वायरल में अनावश्यक रूप से बुखार की दवा ना लें जब तक की 90 डिग्री सेल्सियस तक बुखार ना हो जाए।

इम्यूनिटी कम होने के कारण भी हमारे शरीर में कई रोग होने लगते हैं इसके लिए जानकारों ने बताया है कि आप सुबह शाम दो-दो बूंद अणु तेल नाक में लगाएं भारी संक्रमण से बचाव के लिए है यह कारगर है।

रात को सोते समय गर्म दूध में एक चौथाई हल्दी मिलाकर पीने से आपको इम्यूनिटी में बढ़ोतरी मिलेगी।

यदि आप आधा चम्मच शहद के अंदर तुलसी जी तुलसी का रस मिलाकर दिन में दो से तीन बार लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद रहता है इसके साथ-साथ चवनप्राश जैसे को भी उपयोग कर सकते हैं वयस्कों के लिए 10 ग्राम बच्चों के लिए 5 ग्राम जितनी मात्रा में आपके इम्यूनिटी में बदलाव होता है।

काढ़ा आप घर पर आसानी से बना सकते हैं और इसका उपयोग संक्रमण से बचाव के लिए कर सकते हैं।

गिलोय कई बीमारियों में कारगर होती है गिलोय का रस इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होता है इसे आप रोजाना 5 एमएल ले सकते हैं

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